लड़की क्यों कहती थी ऐसा||Suvichar|| An emotional heart||Moral story||Bed time stories||Hindi Kahaniya ||Hindi story||


लड़की ने कहां कीं अभी में आप को कुछ ऐसा दिखाने वाली हूँ जिसे देखते ही आप शादी के लिये मना कर देंगे. आप से 2 को दिखाया था. उन्होंने ऐसा ही किया.Hindi kahani.

लड़की क्यों कहती थी ऐसा||Suvichar|| An emotional heart||Moral story||Bed time stories||Hindi Kahaniya ||Hindi story||


मेरा नाम अजित है. में एक मेकेनिकल इंजीनियर हूं. में स्वभाव से बहुत ही रिजर्व हूं, इस कारण कभी मेरी लड़कियों से ना ज्यादा दोस्ती रही ना ही कोई मेरी गर्लफ्रेंड बनी. अब मेरी जॉब लग गई थी और घरवाले अब शादी कीं बाते करने लगे.

घर पर कई तस्वीरें और बायोडाटा आने लगे.उसमे से मुझे अंजली देखते ही पसंद आ गई. बायोडाटा से पता चल रहा था कीं वो अच्छी पढ़ी लिखी थी. मैंने अपने घरवालों से कहां कीं मुझे लड़की पसंद है. हम लोग अंजली के घर, उसे और उसके परिवार को देखने गये. फिर जब अंजली चाय लेकर आयी तो वो मुझे उसकी तस्वीर से भी ज्यादा सुन्दर लगी.खुले बाल और हल्के निले रंग कीं साडी में वो बहुत ही सुन्दर लग रही थी.

फिर घरवालों नें हमें एक कमरे में बातें करने भेजा. कमरे में वो चुप थी. उसके चहेरे पर इतनी ख़ुशी नहीं थी. मेरा दिल धड़क रहा था मुझे लगा कीं, उसे में पसंद नहीं हूं.फिर मैंने ही बात शुरू करते हुऐ कहां कीं आप क्या करती है. उसने मेरी तरफ घूर कर देखा और कहां कीं आपनें बायोडाटा देखा नहीं, तो मगाया क्यों था. उसकी बात सुनकर मुझे लगा कीं वो मुझ में कोई इंटरेस्ट नहीं दिखा रही है.

फिर मैंने उसे डायरेक्टली पूछ लिया कीं आप को में पसंद नहीं हूं. वो बोली मेरे पसंद कीं बात नहीं है आप खुद मुझे नापसंद कर देंगे मुझे पता है. उसने कहा अभी में आपको ऐसा कुछ दिखाने वाली हूं कीं आप वो देखते ही आप शादी के लिये मना कर देंगे आप से पहले 2 को दिखाया, उन्होंने भी देखते ही मना कर दिया.

यह कहकर उसने अपने खुले बाल जो पीछे थे उनको आगे किया. इतने में ही कमरे के बाहर से आवाज़ आ गई और उसकी माँ कमरे में आ गई.शायद उन्हें भी पता था कीं वो हर लड़के साथ ऐसी ही बातें करती है और कुछ बताती है. उसकी मम्मी नें कहां चलिये बाहर सब आपका इंतज़ार कर रहें है अंजली नें अपनी माँ कीं तरफ देखा. में बाहर आ गया.और बाहर मेरी माँ और पिता जिन्हे भी मेरी शादी कीं जल्दी थी.

वो भी मेरे मुँह से बस हां सुनना ही चाहते थे.मेरे आते ही मेरी माँ मुझे बाहर लें गई और पूछा कीं क्या तुझे लड़की पसंद है. में मना नहीं कर पाया लेकिन एक बात मुझे खटक रही थी कीं आखिर वो क्या बताने वाली थी.उसकी मम्मी जिस तरह से जल्दी से कमरे में आयी मुझे बाहर लें गई,लगा ऐसा जैसे वो हमारी बाते ही सुन रही थी.मैंने शादी के लिये हां कर दी. मेरे घरवालों नें उन्हें हां में जवाब दे दिया. लेकिन अब में एक दुविधा में था, कीं में क्या करू. मैंने उससे बात करना चाहा.

मैंने उससे नंबर नहीं माँगा था. मैंने अपनी मम्मी को कहां कीं आप बात करे और उसका नम्बर लें लें. मम्मी नें अंजली कीं मम्मी से फोन पर बात कीं और अंजली का नंबर माँगा. लेकिन उन्होंने यह कहकर मना कर दिया कीं अंजली का फोन अभी खराब है. मम्मी  यह भी कह रही थी कीं, वो लोग शादी के लिये जल्दी कर रहें है. इन सब बातों से मेरे मन में कुछ अजीब सवाल आने लगे. एक शाम जब मे ऑफिस में था तब मुझे एक अननोन नम्बर से काल आता है. फोन रिसीव किया तो अंजली थी, वो बोली कीं मम्मी नें मेरा फोन लें लिया है. में कुछ बहाना करके अपनी फ्रेंड के रूम पर आयी हूं उसी के नंबर से फोन कर रही हूं. क्या तुम मुझे अभी मिल सकते हो.

मुझे वैसे भी उससे मिलना था. अंजली के बताये एड्रेस पर में जल्दी से पहुँचा. वो उसकी फ्रेंड का रूम था. मैंने जाते ही पूछा उस दिन कीं बात अधूरी रह गई थी. और तुम्हारी मम्मी तुम पर नजर क्यों रख रही है. अंजली बोली में तुम्हे कुछ दिखाना चाहती हूं. उसके बाद तुम्हारे सारे सवालों के जवाब मिल जायेंगे. अंजली आज भी बाल खोल कर आयी थी वो पीछे मुड़ी और अपने खुले बालो को पीठ से आगे कीं और किया, तब मुझे पता चला  कीं वो क्या दिखाना चाहती थी. उसकी गर्दन पर एक टैटू था सुयश नाम का.

अंजली बोली कीं में एक लड़के से प्यार करती थी और हम दोनों शादी भी करना चाहते थे. मैंने उसी के नाम का टैटू करवाया था. यह बात मैंने अपने घरवालों को भी बताई थी. और वो तैयार भी हो गये थे. लेकिन सुयश नें मुझे चीट किया वो मेरे अलावा भी किसी और को डेट कर रहा था. और वो लड़की पैसे वाली थी, इसलिये उसने मुझे छोड़ दिया तब से मुझे शादी और लड़को से एक नफरत से हो गई थी. उस लड़के को मैंने बहुत प्यार किया लेकिन उसने मुझे धोका दिया. तुमने पहले भी दो लड़को को मैंने टैटू दिखाया और उन्होंने सच जानकार शादी के लिये मना कर दिया.

मम्मी इसलिये मुझ पर नजर रख रही है कीं में तुम्हे भी कहीं सच ना बता दू. लेकिन में लड़को कीं तरह नहीं हूं. में नई जिंदगी कीं शुरुवात सच के साथ करना चाहती हूं. में सुनकर सोच में पड़ गया, कीं जिसको प्यार मिलता है उसे प्यार कीं कद्र नहीं होती.आखिर इतनी प्यार करने वाली लड़की को कैसे कोई धोका दे सकता है. मैंने कहां कीं मुझे तुम्हारे पास्ट से कोई मतलब नहीं है,

लेकिन में चाहता हूं कीं मुझे भी तुम उतना ही प्यार करो जितना उस लड़के को करती थी. अंजली को यह उम्मीद नहीं थी.उसे लगा था में भी उससे शादी के लिये मना कर दूंगा.मेरी बात सुनकर उसने इतने दिनों के दबाये आंसू बहने लगे. मेरी शादी अंजली से हो गई. और में अपने आप को बहुत खुशकिश्मत मानता हूं कीं मुझे अंजली जैसी सच्ची और प्यार करने वाली लाइफ पार्टनर मिली है.

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