यह कहानी एक suspence love story है. Kahani में एक लड़की एक लड़के से वीडियो कॉल पर बात करती है. लेकिन वही लड़का उसकी बहन से शादी करने आता है. अंत तक जरूर पढ़े. Emotional story.
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मेरा नाम टिया है.अभी में कॉलेज के लास्ट इयर में हूं. हम लोग मिडिल क्लास फैमिली से है. मेरी एक बड़ी बहन भी है जिया.
जिया दीदी नें अपनी पढ़ाई पूरी कर ली है. और अभी उनकी अच्छी जॉब भी लगी है. मेरी ज़िन्दगी में एक लड़का था रोहन.
हम लोग सोशल मीडिया पर मिलें थे. सोशल मीडिया पर प्यार कैसे हो सकता है पहले मुझे भी ऐसा लगता था. लेकिन
जब मुझे भी सोशल मीडिया से प्यार हुआ तो मुझे पता चला, प्यार कहीं भी किसी से भी हो सकता है.रोहन कीं रिक्वेस्ट मेरे सोशल मीडिया पर आयी.
आमतौर पर में ऐसे किसी कीं रिक्वेस्ट जल्दी से एक्सेप्ट नहीं करती लेकिन रोहन कीं प्रोफाइल पिक बहुत अच्छी थी.
स्मार्ट था साथ ही अच्छा पढ़ा लिखा भी था इसलिये कुछ ही समय में मैंने उसे सोशल मिडिया पर अपनी फ्रेंड लिस्ट में जोड़ लिया.
हम दोनों के बीच पहले चैटिंग होती थी मेसेज से बात होती थी. इस दौरान उसने कभी मेरा नंबर नहीं माँगा. जबकि में चाहती थी कीं वो ऐसा करें.
क्यों कीं मुझे उससे बात करना था. अब में मेसेज में बात नहीं करना चाहती थी. जब उसने मेरा नंबर नहीं माँगा तो मैंने ही एक दिन उससे कहां कीं क्या तुम मेरी आवाज नहीं सुनना चाहते.
उसने बोला में चाहता तो था लेकिन तुम कही बुरा ना मान जाओ इसलिये मैंने नहीं माँगा. हम दोनों में अब फोन पर बात होने लगी 3 महीने तक हम लोग एक दूसरे से बात कर रहें थे.
लेकिन मुझे इस बात कीं हैरानी होती थी कीं वो लड़का होकर भी मुझ से वो सब नहीं कह पा रहा था. मैंने ही उसे वीडियो काल करने को कहां
लेकिन उसने यह कहकर मना कर दिया कीं उसके यहाँ पर नेटवर्क नहीं रहता. करीब एक या दो बार उसने वीडियो कॉल किया लेकिन सिर्फ उसका चेहरा ही दिखाई दिया.
बाद में शायद नेटवर्क कीं वजह से फोन कट जाता था. मेरी पढ़ाई भी पूरी होने वाली थी. में भी अब दीदी कीं तरह जॉब करना चाहती थी.
रोहन भी अब मेरी ज़िन्दगी का हिस्सा हो गया था.हम लोग रोज रात को घंटो बात किया करते थे.मेरी दीदी छुट्टी लेकर घर आयी और उसने हमें एक सरप्राइज दिया.
दीदी नें पापा मम्मी को बताया कीं उन्हें कोई पसंद है और शादी करना चाहते है, साथ में कमाते है. मम्मी और पापा नें कहां कीं ठीक है उन्हें घर बुलाओ.
रात रोहन को भी मैंने यह बात बताई. कीं दीदी को कोई पसंद है. अभी तक रोहन नें मुझे प्रपोज़ नहीं किया था में चाहती थी कीं वो करें.
लेकिन में यह नहीं चाहती थी कीं वो यह भी फोन पर हो. और इस बार पहल करके में उसे नहीं बताना चाहती थी में चाहती थी कीं वो यह बात खुद बोले.
अगले दिन सुबह से तैयारियां चल रही थी. दीदी में तैयार होने में लगे थे मम्मी कुछ घर में ही नास्ता बना रही थी. हम सब उनका इंतजार कर रहें थे.
दीदी ने मुझे उनकी तस्वीर नहीं दिखाई सिर्फ रात में थोड़ी देर के लिये फोन पर बात जरूर करवाई थी. मैंने भी कहां था कीं कल ही आपको देख लेंगे.
आखिर कार वो लोग आ गये. दीदी और में अभी किचन में थे वो लोग आकर हॉल में बैठ गये थे. में बाहर गई उन्हें देखा.
लेकिन लड़के को देखते ही मेरे पैरो तले ज़मीन निकल गई वो और कोई नहीं बल्कि रोहन था. रोहन नें मेरी तरफ देखा लेकिन उसने ऐसे जताया जैसे कीं वो मुझे पहचानता ही नहीं है.
मेरी दीदी रोहन से शादी करने वाली थी जो मुझसे कई महीनों से बात कर रहा है. एक तरह से हम लोग ऑन लाइन डेट ही कर रहें थे.
मैंने उसी समय रोहन को फोन किया लेकिन उसका नंबर स्विच ऑफ आ रहा था. घरवालों को रोहन पसंद आ गया था.
जब वो लोग जानें लगे तब में एक बार और रोहन के सामने गई लेकिन अभी भी ऐसे जता रहा था जैसे कीं मुझे नहीं जानता है.
दीदी बहुत खुश थी कीं. घरवालों को रोहन पसंद आ गया लेकिन में सोच रही थी कीं क्या दीदी को इस बारे में बताऊ या नहीं.
मैंने रात को फिर फोन किया लेकिन फोन फिर से स्विच ऑफ आ रहा था उसने सोशल मिडिया अकॉउंट भी डिलीट कर दिया था.
जिस इंसान से में प्यार करने लगी थी वो इंसान अब मेरी बड़ी बहन के साथ शादी करने जा रहा था. मैंने भी सोचा कीं अगर मेरी बहन खुश है तो में भी यह बात को भूल जाती हूं.
और ऐसा भी हमारे बीच कुछ नहीं हुआ था हम मिलें भी नहीं थे. उस रात मैंने भी अपना सोशल मिडिया अकॉउंट डिलीट कर दिया.
रात में उसी के बारे में सोच रही थी जब भी में उसके बारे में सोचती मेरी दीदी का चेहरा मेरी आँखों के आगे आ जाता था.
घरवाले दीदी कीं शादी कीं तारिक निकलवा रहें थे. घर में शादी का माहौल बनने लगा था. मेरी दीदी को मेरी ख़ामोशी समझ आ गई.
एक दिन उन्होंने मुझसे पूछ ही लिया कीं क्या हुआ तुझे रोहन पसंद नहीं है क्या. मैंने पूछा क्यों ऐसा क्यों पूछ रही हो वो बोली कीं उसको मिलने के पहले तू बहुत बोलती थी
कीं ऐसा करुँगी वैसा कहूँगी लेकिन जब से वो घर आया है तुने कुछ कहां ही नहीं. क्या बात है. मैंने सोचा कीं एक बार दीदी को सच बताना ही होगा आखिर उसकी भी ज़िन्दगी का सवाल है
कहीं वो गलत इंसान के साथ ना फस जाये.मैंने मेरी दीदी को कहा कीं आप रोहन को अच्छे से जानती है ना कहीं ऐसा तो नहीं कीं वो आपको धोका दे रहा हो या कुछ छिपा रहा हो.
मेरा इतने बोलने पर मेरी दीदी नें मेरा ऐसा कहनें का कारण जानना चाहा और फिर में दीदी को बिना बताये नहीं रह पायी.
मैंने सारी बात उन्हें बताई. दीदी को भी यकीन नहीं हुआ. पर वो जानती है कीं में झूठ नहीं बोलती. मेरी दीदी नें रोहन को मिलने बुलाया में भी उनके साथ ही.
हम लोग एक रेस्टोरेंट में मिलें. दीदी का चेहरा उतरा हुआ था. रोहन नें आते ही हाय किया. दीदी नें उससे सीधा पूछा टिया कुछ कह रही है.
रोहन अभी भी ऐसे दिखा रहा था जैसे मुझे पहचानता ही नहीं. दीदी नें कहां तुम नें टिया को डेट किया ऑन लाइन वो भी 6 महीने तुम्हारी इससे वीडियो कालिंग पर बात भी हुई.
रोहन यह सुनकर थोड़ी देर चूप रहा फिर उसने कुछ ऐसा बताया जो मैंने सोचा भी नहीं था. रोहन नें कहां टिया को डेट उसने नहीं बल्कि उनके कुक नें किया.
उसके यहाँ एक लड़का आता था उनका कुक राजू.जो उनके और उनके रूम मेट के लिये खाना बनाता था. उस लड़के नें रोहन के नाम से और तस्वीर के साथ सोशल मीडिया पर आई डी बना ली थी.
रोहन नें कहां कीं इस बात का मुझे भी पता नहीं था लड़का अच्छा था लेकिन मै जब तुम्हे देखने तुम्हारे घर आने वाला था
तब मैंने अपने दोस्तों को तुम्हारी प्रोफाइल दिखाई थी उस समय वो भी वही था जिसमे तुम्हारी बहन भी थी. वो उसी रात बोला कीं वो अपने घर जा रहा है.
और जाते जाते वो माफ़ी मांग रहा था कीं उसने मेरे नाम से ऐसा किया साथ ही मेरी फोटो भी उसमे डाली. में पहले गुस्सा हुआ लेकिन फिर वो बोला कीं उसने अकॉउंट डिलीट कर दिया है.
मैंने पूछा कीं उसने कुछ फ्रॉड तो नहीं किया. वो बोला नहीं पर उसने कहां कीं में आपको एक बात बताना चाहता हूं कीं मुझे किसी से प्यार हो गया था.
अब वो इस झूठ को आगे नहीं बड़ा सकता था. इसलिये वो जा रहा है. मैंने पूछा जानें कीं क्या जरुरत है.और बोला शायद आपको इसका जवाब मिल जायेगा.
और वो ऐसा कहकर अपने गाँव चला गया. वीडियो कॉल पर भी उसी नें कहां था कीं मेरी फ्रेंड को हाइ बोल दो इसलिये में आया था.
तुमने तो उससे बात कीं है क्या वो आवाज मेरी थी. उनका कहना सही था वो आवाज उनकी नहीं थी. मेरी दीदी नें मुझे वही गले गलाया और कहां कीं कोई बात नहीं इस तरह कीं कई बाते जीवन में होती है.
हमें आगे बढ़ना होता है. भले ही उसने मुझसे झूठी पहचान के साथ बात कीं थी लेकिन उसकी बाते सच्ची थी.
लेकिन एक सवाल यह भी है कीं सच जानती कीं वो एक कुक है तो क्या मुझसे बात करती. इस बात पर में कुछ नहीं कह सकती.
उसके मन भी शायद यही सवाल आया होगा इसलिये इस तरह वो चला गया.इन सब से में बहुत कुछ सीखी. एक नया तजुर्बा मेरे साथ जुड़ा.
कई सारे सवाल मेरे सामने खड़े हुऐ. इन्ही सब बातो का जोड़ ही तो ज़िन्दगी है. पर अब में अपनी बहन के लिये खुश थी कीं रोहन उसकी ज़िन्दगी में था.
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