बूढ़ी भिखारन कीं कहानी | नालायक बेटा स्टेशन पर छोड़ गया बूढ़ी माँ को || Hindi Moral story | Emotional Story| Bed time story|Kahaniyan|

बूढ़ी माँ को रेलवे स्टेशन पर छोड़ गया. माँ रेलवे स्टेशन पर अभी भी भीख मांगती है यह एक Emotional story है. Hindi moral story. Emotional Heart touching Story.

बूढ़ी भिखारन कीं कहानी | नालायक बेटा स्टेशन पर छोड़ गया बूढ़ी माँ को || Hindi Moral story | Emotional Story| Bed time story|Kahaniyan|



रेलवे स्टेशन पर एक बूढ़ी महिला बेंच पर बैठी थी. तभी एक भीख मांगने वाली बूढ़ी अम्मा उसके पास आकर उससे कुछ पैसे देने को कहती है.

महिला उसको बोलती है जाओ अभी मेरे पास कुछ नहीं है. वो अम्मा बोलती है. मुझे खाना खाना है मुझे भूक लगी है. कुछ खाने को दे दो. वो महिला फिर उसे ज़ोर से बोलती है नहीं है सुना नहीं क्या

तुमने जाओ यहाँ से. वो बूढ़ी अम्मा वही बैठ जाती है. बेंच पर बैठी महिला उसको देखती है अम्मा में से थोड़ी दुर्गन्ध आ रही थी, कई दिनों से नहाई नहीं थी ऐसा लग रहा था.

बेंच पर बैठी महिला थोड़ा उधर होकर बैठ जाती है. बूढ़ी अम्मा उसे उधर बैठा देख कर थोड़ी देर बाद फिर उसके पास जा कर निचे बैठ जाती है. वो उसको पूछती है तुम अकेली जा रही हो.

महिला को अम्मा से लगता है डर 

उस महिला को थोड़ा सा डर भी लगता है कीं यह अजनबी अम्मा उसके पीछे क्यों पड़ गई.वो जवाब देती है तुम्हे क्या करना जाओ यहाँ से.

बूढ़ी अम्मा फिर पूछती है. तुमको अकेली हो यां कोई औऱ है साथ मैं. उस महिला को लगा कीं इस से पीछे छुड़ाने के लिये इसको जवाब देना पड़ेगा. वो बोली, है मेरा बेटा आ रहा है स्टेशन पर कुछ काम है.

मुझे यहाँ बैठा कर गया है. वो बूढ़ी अम्मा जोर जोर से हॅसने लगी. इस महिला को लगा कीं यह पागल है. उसने उसकी हसीं पर ज्यादा ध्यान नहीं दिया.बूढ़ी अम्मा बोली कीं एक दिन ऐसे ही मुझे भी मेरा बेटा,

इसी स्टेशन पर छोड़ गया था. बोला कीं मैं वापस आता हूं. आज उस बात को ना जानें कितने साल हो गये वो वापस नहीं आया. मैं भी इसी स्टेशन पर उसका इंतजार कर रही हूं.

घर का पता भी याद नहीं अम्मा को 

उस महिला को अब उस औरत के लिये थोड़ी सहानुभूति आती है वो बोली कीं तुम्हे घर तो पता होगा कहां है. बूढ़ी अम्मा ने लड़खड़ाती जुबान में जवाब दिया,

इस उम्र मैं अब मुझे अपने बेटे का नाम ही याद है, कैसे बताऊ कहां रहती थी. इसलिये यही उसका इंतज़ार करती हूं. जब कोई अकेली मेरी जैसी मुझे बैठी दिखती है,

तो मैं उसके पास चली जाती हूं. वो महिला थोड़ी घबराई औऱ बोली नहीं मेरा बेटा ऐसा नहीं है वो कुछ काम से गया है.

भगवान ऐसा बेटा सबको दे.

कुछ देर बाद उनका बेटा आ जाता है. उसे देख कर अम्मा बोलती है वाह बेटा तू अच्छा बेटा है मेरे बेटे जैसा नहीं, भगवान तुझे लम्बी उम्र दे.

ऐसा बोल कर अम्मा बड़बड़ाते हुऐ आगे चली जाती है.उस महिला को उनके बारे मैं सोच कर आंसू आ जाते है.

आप यह कहानी यहाँ सुन सकते है.

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