दिव्या का टूटा दिल.
दिव्या एक लड़के से प्यार करती थी. उसका प्यार सच्चा था लेकिन वो लड़का उसे छोड़कर कनाडा चला गया. औऱ दिव्या अपने इस ब्रेकअप से उभर नहीं पायी. दिव्या ने उस लड़के के बारे मे अपनी फॅमिली को भी बताया था. माता पिता को अब लड़की की चिंता होने लगी है. जैसा का हर माता पिता को होता है. इसलिये उन्होंने दिव्या के लिये लड़का देखना शुरू कर दिया, वो चाहते है की जल्दी से जल्दी दिव्या की शादी हो जाये.
दिव्या अब टूट चुकी है उसे अब प्यार औऱ शादी मे कोई भी मतलब नहीं है लेकिन वो अब यह नहीं चाहती की उसके लिये उसके माता पिता दुखी रहें.इसलिये दिव्या ने शादी के लिये हां कहा.घरवालों ने शादी के लिये लड़का देखना शुरू कर दिया.
शादी के लिये लड़का देखने आया.
शादी के लिये उसे एक लड़का देखने आया. उसकी फॅमिली भी साथ थी लड़का इंजीनियर था औऱ अच्छा कमाता था. परिवार वाले एक दूसरे को पसंद कर चुके थे. फिर परिवार वालों की सहमति से दोनों को अकेले मे बात करने को कहां. लड़के ने लड़की से कुछ सवाल पूछे औऱ दिव्या का शांत स्वभाव देख कर लड़के को दिव्या पसंद आयी.दिव्या को अब कुछ बात अंदर से खाने लगी उसे लगा कीं शादी जैसी जीवन भर का रिश्ता उसे सच के साथ शुरू करना चाहिये. दिव्या को लगा की झूठ उसे नहीं बोलना चाहिये. वो अपने रिश्ते के शुरुवात सच्चाई के साथ करना चाहती है इसलिये उसने लड़के को सच बता दिया की वो एक लड़के से प्यार करती थी. लेकिन वो लड़का उसे छोड़कर चला गया.
लड़के को सब सच बताया.
लड़के को सुनकर शोक लगा औऱ वो कमरे से बाहर आ गया उसने अपने माँ औऱ बाप को चलने को कहां. लड़के औऱ लड़की के माँ बाप समझ नहीं पाये की आखिर ऐसा क्या हुआ.
सच जानकर मना किया रिश्ते को
घर जाकर लड़के ने सारी बाते अपने घरवालों को बता दी औऱ फिर घरवालों ने इस रिश्ते के लिये मना कर दिया. दिव्या के माता पिता ने दिव्या से पूछा की तुमने उसे सब सच क्यों बताया तुम चुप रहती तो भी किसी को कुछ पता नहीं चलता औऱ तुम्हारी शादी एक अच्छे लड़के से हो जाती.
दिव्या कीं सोच
दिव्या ने कहां की सच बोलने को अगर कोई बुरा समझें तो वो अच्छा इंसान कैसे हो सकता है. हो सकता है उसे भी किसी से प्यार हो, अगर वो मुझे बताता तो मैं समझती, औऱ उसे कभी मना नहीं करती. जो लड़का सच सुन सकता हो औऱ जो सच बोल सकता हो मैं उसी से शादी करुँगी.